हमारे बारे में
 
वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो देश में संगठित वन्यजीव अपराध से निपटने के लिए पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के अधीन भारत सरकार द्वारा स्थापित एक सांविधिक बहु अनुशासनिक इकाई है| ब्यूरो का मुख्यालय नई दिल्ली में है, तथा नई दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, चेन्नई और जबलपुर में पांच क्षेत्रीय कार्यालय; गुवाहाटी, अमृतसर और कोचीन में तीन उप क्षेत्रीय कार्यालय ; और रामनाथपुरम, गोरखपुर, मोतिहारी, नाथूला और मोरेह में पांच सीमा ईकाइयां है| वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की धारा 38 (जेड) के तहत, ब्यूरो को : अपराधियो को गिरफ्तार करने हेतु संगठित वन्यजीव अपराध गतिविधियों से सम्बंधित सुचना जानकारी इक्कठा करने, उसका विश्लेषण करने व उसे राज्यों व अन्य प्रवर्तन एजेंसियों को प्रेषित करने; एक केंद्रीकृत वन्यजीव अपराध डेटा बैंक स्थापित करने के लिए; अधिनियम के प्रावधानों को लागू करने के संबंध में विभिन्न एजेंसियों द्वारा समन्वित कार्रवाई करवाने; सम्बंधित विदेशी व अंतर्राष्ट्रीय संगठनो को वन्यजीव अपराध नियंत्रण में समन्वय व सामूहिक कार्यवाही हेतु सहायता करने; वन्यजीव अपराधों में वैज्ञानिक और पेशेवर जांच के लिए वन्यजीव अपराध प्रवर्तन एजेंसियों की क्षमता निर्माण और वन्यजीव अपराधों से संबंधित मुकदमों में सफलता सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकारों की सहायता करना व भारत सरकार को वन्यजीव अपराध सम्बंधित मुद्दो जिनका राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव हो तथा प्रासंगिक नीति व कानूनो में सलाह देने हेतु अधिकृत किया गया है| यह कस्टम अधिकारियो को वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, CITES और आयात निर्यात नीति के प्रावधानों के अनुसार वनस्पति व जीवो की खेप के निरीक्षण में भी सहायता करना है व सलाह प्रदान करता है |

  

वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो देश में संगठित वन्यजीव अपराध से निपटने के लिए पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के अधीन भारत सरकार द्वारा स्थापित एक सांविधिक बहु अनुशासनिक इकाई है| ब्यूरो का मुख्यालय नई दिल्ली में है, तथा नई दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, चेन्नई और जबलपुर में पांच क्षेत्रीय कार्यालय; गुवाहाटी, अमृतसर और कोचीन में तीन उप क्षेत्रीय कार्यालय ; और रामनाथपुरम, गोरखपुर, मोतिहारी, नाथूला और मोरेह में पांच सीमा ईकाइयां है| वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की धारा 38 (जेड) के तहत, ब्यूरो को : अपराधियो को गिरफ्तार करने हेतु संगठित वन्यजीव अपराध गतिविधियों से सम्बंधित सुचना जानकारी इक्कठा करने, उसका विश्लेषण करने व उसे राज्यों व अन्य प्रवर्तन एजेंसियों को प्रेषित करने; एक केंद्रीकृत वन्यजीव अपराध डेटा बैंक स्थापित करने के लिए; अधिनियम के प्रावधानों को लागू करने के संबंध में विभिन्न एजेंसियों द्वारा समन्वित कार्रवाई करवाने; सम्बंधित विदेशी व अंतर्राष्ट्रीय संगठनो को वन्यजीव अपराध नियंत्रण में समन्वय व सामूहिक कार्यवाही हेतु सहायता करने; वन्यजीव अपराधों में वैज्ञानिक और पेशेवर जांच के लिए वन्यजीव अपराध प्रवर्तन एजेंसियों की क्षमता निर्माण और वन्यजीव अपराधों से संबंधित मुकदमों में सफलता सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकारों की सहायता करना व भारत सरकार को वन्यजीव अपराध सम्बंधित मुद्दो जिनका राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव हो तथा प्रासंगिक नीति व कानूनो में सलाह देने हेतु अधिकृत किया गया है| यह कस्टम अधिकारियो को वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, CITES और आयात निर्यात नीति के प्रावधानों के अनुसार वनस्पति व जीवो की खेप के निरीक्षण में भी सहायता करना है व सलाह प्रदान करता है |

 

ifjp; %

           oU;tho vijk/k fu;a=.k C;wjks ¼MCY;wlhlhch½ ns”k esa laxfBr oU;tho vijk/k dk eqdkcyk djus ds fy, i;kZoj.k] ou ,oa tyok;q ifjorZu ea=ky; ds v/khu Hkkjr ljdkj }kjk LFkkfir lkafof/kd cgq&fo’k;d v/khuLFk laLFkk gSA C;wjks dk viuk eq[;ky; fnYyh esa gS] rFkk blds ik¡p {ks=h; dk;kZy; fnYyh] dksydkrk] eqEcbZ] psUubZ vkSj tcyiqj esa gS( rFkk rhu mi&{ks=h; dk;kZy; xqokgkVh] ve`rlj vkSj dksphu esa gS( rFkk ik¡p lhek bdkb;k¡ jkeukFkiqje] xksj[kiqj] eksrhgkjh] ukFkqyk vkSj eksjg esa gSA

oU;tho ¼laj{k.k½ vf/kfu;e 1972 dh /kkjk 38 (Z) ds rgr oU;tho vijk/k fu;a=.k C;wjks ds dk;Z{ks=ksa dks vf/knssf”kr fd;k x;k gS ftlds rgr laxfBr oU;tho vijk/k xfrfof/k;ksa ls lacaf/kr vklwpuk ,d= djuk vkSj ijLij feyku dj rRdky jkT;ksa rFkk vU; izorZu ,tsafl;ksa dh dkjZokbZ gsrq izlkj djuk rkfd vijkf/k;ksa dks idM+k tk lds] ,d dsUnzhd`r oU;tho vijk/k MkVk cSad LFkkfir fd;k tk ldssA vf/kfu;e ds izko/kkuksa dks ykxw djus ls lacaf/kr fofHkUu ,tsafl;ksa }kjk dh xbZ dkjZokbZ;ksa dk leUo; fd;k tk ldsA

oU;tho vijk/k fu;a=.k ds fy, leUo; vkSj lkoZHkkSe dkjZokbZ dks lqfo/kktud cukus ds fy, lacaf/kr fons”kh izkf/kdj.kksa ,oa lacaf/kr varjjk’Vªh; laxBuksa dh lgk;rk dh tk lds( vfHk;kstuksa esa lQyrk lqfuf”pr djus ds fy, jkT; ljdkjksa dh lgk;rk dh tk lds( oU;tho vijk/kksa esa oSKkfud vkSj o`fŸkd tk¡p ds fy, oU;tho vijk/k izorZu ,tsafl;ksa dh {kerk dk fuekZ.k fd;k tk lds rFkk oU;tho vijk/kksa ls lacaf/kr vfHk;kstuksa esa lQyrk lqfuf”pr djus ds fy, jkT; ljdkjksa dh lgk;rk dh tk lds( jk’Vªh; vkSj varjjk’Vªh; iz”kk[kkvksa okys oU;tho vijk/kksa ls lacaf/kr ekeyksa ,oa izklafxd uhfr vkSj dkuwuksa ds ckjs esa Hkkjr ljdkj dks lykg nh tk lds] bR;kfn dk;Z “kkfey gSaA

 

 ;g oU;tho laj{k.k vf/kfu;e] oU; ouLifr dh foyqIr gksus okyh iztkfr;ksa ds varjkZ’Vªh; O;kikj gsrq lEesyu ¼lkbZV~l½ rFkk fu;kZr&vk;kr ¼,fDte½ dh en ds izko/kkuksa ds vuqlkj ouLifr ds izs’k.k ds fujh{k.k esa lhek&”kqYd vf/kdkfj;ksa dh lgk;rk ,oa lykg iznku djrk gSA